दिल को लुभानेवाले हम हैं,
दर्द को भुलानेवाले हम हैं।
प्यार का शास्त्र पढ़ चुके कब से,
औरों को पढ़ानेवाले हम हैं।
जादू की बात रहती है दूर,
कमाल दिखानेवाले हम हैं।
पहले से बन चुके घातक,
तीर को चलानेवाले हम हैं।
'सागर' यदी जरूरत पडे,
मन को मनानेवाले हम हैं।
- 'सागर' रामोलिया
दर्द को भुलानेवाले हम हैं।
प्यार का शास्त्र पढ़ चुके कब से,
औरों को पढ़ानेवाले हम हैं।
जादू की बात रहती है दूर,
कमाल दिखानेवाले हम हैं।
पहले से बन चुके घातक,
तीर को चलानेवाले हम हैं।
'सागर' यदी जरूरत पडे,
मन को मनानेवाले हम हैं।
- 'सागर' रामोलिया